ग्वालियर शहर में रहते हुए डॉ. आशीष द्विवेदी ने पत्रकारिता शिक्षण में खासा योगदान दिया है। इन दिनों डॉ. द्विवेदी सागर में पत्रकारिता का एक संस्थान इंक मीडिया स्कूल ऑफ़ जर्नलिज्म के नाम से चला रहे हैं। इंक मीडिया स्कूल ऑफ़ जर्नलिज्म के विद्यार्थियों का प्रायोगिक पत्र इंक टाइम्स के नाम से प्रकाशित हो रहा है। हाल ही में मिले इस के अंक को देखकर पत्रकारिता शिक्षण का महत्व व व्यावहारिक ज्ञान की महत्ता को समझा जा सकता है। इंक टाइम्स का आदर्श वाक्य " विश्वास की स्याही..." है। अंक में फीचर आधारित समाचारों को विशेषरूप से शामिल किया गया है कुछ प्रमुख और आम हस्तियों के साक्षात्कार व समसामयिक विषयों पर लेख और समाचारों को स्थान दिया गया है। यदि मुद्रण की गुणवत्ता व कुछ अन्य त्रुटियों को नज़रअंदाज़ कर देखा जाए तो इंक टाइम्स प्रायोगिक पत्र के रूप में संस्थान का एक उल्लेखनीय व व्यावहारिक प्रयास है मिथलेश साहू, बसंत शर्मा, धर्मेन्द्र दुबे व रेशु जैन की स्टोरी पठनीय और मानकों के अनुरूप हैं। बधाई
अग्निपथ में भर्ती के लिए बेक़रार नेपाल के नौजवान, सियासत पर अटकी बात
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अग्निपथ भर्ती स्कीम पर कांग्रेस के चुनावी वायदे के बाद नेपाल में इस योजना
के असर का मुद्दा एक बार फिर से चर्चा में आ गया है.
8 घंटे पहले
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