लखवी को जमानत मिलने का मतलब है कि पेशावर बाल संहार के दोषियों को उनके
पेरेंट्स ने माफ कर दिया है। क्या यह संभव है अगर नहीं तो क्या इसे यह समझा जाना चाहिए कि यह दुनियां के लिए एक संदेश है कि हमारी धरती पर कुछ भी हो आतंकवाद को लेकर हम अपना रवैया नहीं बदलेंगे। मासूमों के खून से सनी किताबें चीख - चीख कर कह रही हैं कि यह पन्ने तो सिर्फ पेटिंग बनाने के लिए हैं इन पर खून से यह अबूझ इबारत क्यों लिख डाली।
बिहार वोटर लिस्ट मामला: सुप्रीम कोर्ट में पक्ष और विपक्ष की तरफ़ से रखी गईं
ये अहम दलीलें
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याचिकाकर्ताओं ने अपनी दलीलों में स्पेशल इंटेंसिव रिवीज़न की क़ानूनी वैधता
और उसकी व्यावहारिकता दोनों पर सवाल उठाए. वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि
इस कदम...
9 घंटे पहले