लखवी को जमानत मिलने का मतलब है कि पेशावर बाल संहार के दोषियों को उनके
पेरेंट्स ने माफ कर दिया है। क्या यह संभव है अगर नहीं तो क्या इसे यह समझा जाना चाहिए कि यह दुनियां के लिए एक संदेश है कि हमारी धरती पर कुछ भी हो आतंकवाद को लेकर हम अपना रवैया नहीं बदलेंगे। मासूमों के खून से सनी किताबें चीख - चीख कर कह रही हैं कि यह पन्ने तो सिर्फ पेटिंग बनाने के लिए हैं इन पर खून से यह अबूझ इबारत क्यों लिख डाली।
अग्निपथ में भर्ती के लिए बेक़रार नेपाल के नौजवान, सियासत पर अटकी बात
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अग्निपथ भर्ती स्कीम पर कांग्रेस के चुनावी वायदे के बाद नेपाल में इस योजना
के असर का मुद्दा एक बार फिर से चर्चा में आ गया है.
3 घंटे पहले