लखवी को जमानत मिलने का मतलब है कि पेशावर बाल संहार के दोषियों को उनके
पेरेंट्स ने माफ कर दिया है। क्या यह संभव है अगर नहीं तो क्या इसे यह समझा जाना चाहिए कि यह दुनियां के लिए एक संदेश है कि हमारी धरती पर कुछ भी हो आतंकवाद को लेकर हम अपना रवैया नहीं बदलेंगे। मासूमों के खून से सनी किताबें चीख - चीख कर कह रही हैं कि यह पन्ने तो सिर्फ पेटिंग बनाने के लिए हैं इन पर खून से यह अबूझ इबारत क्यों लिख डाली।
इसराइल-ग़ज़ा युद्ध: युद्धविराम में अपनी भूमिका पर क्यों पुनर्विचार कर रहा
है क़तर
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इसराइल और हमास के बीच युद्ध विराम और बंधको को रिहा करवाने की कोशिश कर रहा
यमन, अब अपनी भूमिका पर पुनर्विचार कर रहा है.
1 घंटे पहले